Brahma Temple Timings Rajasthan | ब्रह्मा मंदिर के समय, राजस्थान |
Table of Contents
1. परिचय (Overview)
ब्रह्मा मंदिर, जिसे जगतपिता ब्रह्मा मंदिर भी कहा जाता है, दुनिया के कुछ ही मंदिरों में से एक है जो भगवान ब्रह्मा को समर्पित है। यह राजस्थान के पुष्कर में स्थित है और पवित्र पुष्कर झील के पास स्थित है। यह धार्मिक स्थल न केवल हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
2. खुलने और बंद होने का समय व तिथियां (Open Close Timing and Dates)
सीजन | खुलने का समय | बंद होने का समय | दोपहर बंद |
---|---|---|---|
गर्मी | 6:00 AM | 9:00 PM | 1:30 PM से 3:00 PM |
सर्दी | 6:30 AM | 8:30 PM | 1:30 PM से 3:00 PM |
3. कहाँ है और वहां कैसे पहुँचे? (Location and How to Reach)
स्थान | विवरण |
---|---|
स्थान | ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर, राजस्थान |
कैसे पहुँचे | आप राजस्थान के किसी भी हिस्से से नियमित बसें ले सकते हैं या टैक्सियाँ किराए पर ले सकते हैं। सबसे अच्छा समय अक्टूबर और नवंबर के बीच होता है ताकि आप कार्तिक पूर्णिमा पर्व का अनुभव कर सकें। |
4. इतिहास (History)
इतिहास और ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर, राजस्थान
ब्रह्मा मंदिर पुष्कर शहर में स्थित है, जो राजस्थान राज्य के आजीवन धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर भगवान ब्रह्मा को समर्पित है, जो हिंदू धर्म में सृष्टि का देवता माना जाता है। (Brahma Temple Timings Rajasthan)
इतिहास
- संवत 718 (ईस्वी): इसका निर्माण विद्वान ऋषि विश्वामित्र द्वारा किया गया था।
- 14वीं शताब्दी: मंदिर का निर्माण आधुनिक रूप में इस समय किया गया, जिसके बाद इसे कई बार नवीकरण किया गया है।
- आधुनिक काल: आधुनिक काल में, इसका निर्माण और संवर्धन अधिक बढ़ गया है, जिसके तहत इसे आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है।
किंग और राजा
- राजा अजय चांद कुमार (ईस्वी 1727-1758): उन्होंने मंदिर के नवीकरण का आयोजन किया और इसे और भी महत्वपूर्ण बनाया।
- राजा माधव सिंह (ईस्वी 1857-1922): उन्होंने मंदिर के आस-पास के क्षेत्र को विकसित किया और इसे धार्मिक तीर्थयात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया।
ब्रह्मा मंदिर के टाइमिंग्स
- वसंत-शीत: 6:30 AM से 8:30 PM
- ग्रीष्म: 6:00 AM से 9:00 PM
- बंद होता है: 1:30 PM से 3:00 PM
यह मंदिर विश्व के कुछ ही ब्रह्मा समर्पित मंदिरों में से एक है और इसकी विशिष्टता इसके लाल शिखर और चार मुख वाली भगवान ब्रह्मा की प्रतिमा से बढ़ जाती है।
5. निर्माणकर्ता कौन हैं? (Created By)
मंदिर का प्रारंभिक निर्माण ऋषि विश्वामित्र द्वारा किया गया था और इसे बाद में आदि शंकराचार्य ने नवीनीकरण किया। मंदिर का आधुनिक रूप 14वीं शताब्दी में राजा देवपाल द्वारा बनवाया गया था। (Brahma Temple Timings Rajasthan)
6. इस स्थान के बारे में 5 प्रमुख जानकारियां (Top 5 Facts About the Same Place)
1. दुनिया के बहुत कम ब्रह्मा मंदिरों में से एक
ब्रह्मा मंदिर कुछ ही स्थानों पर पाए जाते हैं, और यह उनमें से एक महत्वपूर्ण स्थल है। विश्वभर में भगवान ब्रह्मा को समर्पित मंदिर बहुत ही कम हैं। हिंदू त्रिमूर्ति में भगवान ब्रह्मा को सृष्टि का रचयिता माना जाता है, लेकिन इसके बावजूद इनके मंदिरों की संख्या बहुत कम है। पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर इस विशिष्टता के कारण महत्वपूर्ण है। यहां दर्शन करने वाले भक्त भगवान ब्रह्मा के आशीर्वाद की प्राप्ति करते हैं और इसे धार्मिक तीर्थयात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। (Brahma Temple Timings Rajasthan)
2. मार्बल और पत्थर के स्लैब से बना
मंदिर को मार्बल और पत्थर के स्लैब से बनाया गया है। ब्रह्मा मंदिर की स्थापत्य कला अद्वितीय है। इसका निर्माण सफेद मार्बल और ग्रेनाइट के पत्थरों से किया गया है। मंदिर की दीवारों और स्तंभों पर की गई नक्काशी आकर्षक और विशिष्ट है, जो इसकी सुंदरता में चार चांद लगाती है। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में भगवान ब्रह्मा की प्रतिमा है, जो कला और धार्मिकता का बेहतरीन उदाहरण है। (Brahma Temple Timings Rajasthan)
3. लाल शिखर (शिखर) एक विशिष्ट विशेषता है
मंदिर का लाल शिखर इसे अन्य मंदिरों से अलग करता है। ब्रह्मा मंदिर का लाल शिखर दूर से ही नजर आता है और यह मंदिर का प्रमुख पहचान चिन्ह है। इस शिखर की ऊँचाई और रंग इसे विशेष बनाते हैं। यह शिखर मंदिर की वास्तुकला की शोभा बढ़ाता है और इसे एक विशिष्ट धार्मिक स्थल के रूप में स्थापित करता है। श्रद्धालु इस शिखर के दर्शन से धार्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं। (Brahma Temple Timings Rajasthan)
4. भगवान ब्रह्मा और उनकी पत्नी गायत्री की चार मुख वाली प्रतिमा
मंदिर में भगवान ब्रह्मा और उनकी पत्नी गायत्री की चार मुख वाली प्रतिमा है। ब्रह्मा मंदिर की मुख्य आकर्षण भगवान ब्रह्मा की चार मुख वाली प्रतिमा है। यह प्रतिमा भगवान ब्रह्मा की सभी दिशाओं में देखने और सब कुछ जानने की क्षमता को दर्शाती है। प्रतिमा के साथ माता गायत्री की भी मूर्ति है, जो धार्मिक और पारिवारिक सद्भावना का प्रतीक है। भक्त इस प्रतिमा के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं और भगवान ब्रह्मा की पूजा-अर्चना करते हैं। (Brahma Temple Timings Rajasthan)
5. पुष्कर झील के पास स्थित
यह मंदिर पवित्र पुष्कर झील के निकट स्थित है, जो इसकी धार्मिक महत्ता को और बढ़ाता है। पुष्कर झील को हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि इस झील में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। ब्रह्मा मंदिर इस पवित्र झील के पास स्थित है, जिससे इसकी धार्मिक महत्ता और भी बढ़ जाती है। मंदिर में दर्शन के बाद भक्त पुष्कर झील में स्नान कर अपनी तीर्थयात्रा को संपन्न करते हैं। (Brahma Temple Timings Rajasthan)
7. यहां क्यों जाना चाहिए? (Why Should I Go Here?)
ब्रह्मा मंदिर का दौरा एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है, विशेषकर कार्तिक पूर्णिमा पर्व के दौरान जब हजारों तीर्थयात्री आते हैं। पुष्कर झील में डुबकी लगाने और मंदिर के दर्शन करने से पापों का क्षय होता है और मोक्ष प्राप्त होता है।
8. इस स्थान के अन्य नाम (Other Names of the Same Place)
इस मंदिर को जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
9. सारांश (Summary)
ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर, भगवान ब्रह्मा को समर्पित एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक स्थल है, जो एक अनोखा धार्मिक अनुभव और प्राचीन हिन्दू परंपराओं से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है।
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