Nag Panchami festival 2025
नाग पंचमी सर्पों का त्योहार
नाग पंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें सर्पों की पूजा की जाती है। यह त्योहार मुख्य रूप से भारत और नेपाल में मनाया जाता है, खासकर विवाहित महिलाओं द्वारा। महाराष्ट्र के शिराले गांव में इस त्योहार के दौरान अनोखी परंपराएं निभाई जाती हैं। नाग पंचमी 2025 में 29 जुलाई, मंगलवार को मनाई जाएगी।
नाग पंचमी कब मनाई जाती है
नाग पंचमी श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है, जो जुलाई या अगस्त में पड़ती है।
नाग पंचमी की कथा
नाग पंचमी का संबंध हिंदू धर्मग्रंथों से है। नागों का जन्म कश्यप ऋषि की तीसरी पत्नी से हुआ था, जो ब्रह्मा के पुत्र थे। नाग देवताओं के सौतेले भाई माने जाते हैं और वे पाताल लोक के शासक हैं। ग्रंथों में आठ प्रमुख नागों का उल्लेख है, जिनमें से एक था कालिया, जो बुरे कर्म करता था। भगवान कृष्ण ने बाल्यकाल में कालिया को हराया और उसके सिर पर नृत्य किया, जिससे उसकी बुराई समाप्त हो गई। नाग पंचमी उस दिन को चिह्नित करती है जब कृष्ण ने कालिया को पराजित किया था।
एक अन्य कथा के अनुसार, नाग एक जनजाति थे जो सिंधु घाटी सभ्यता में रहते थे और सांपों की पूजा करते थे। जब आर्य सभ्यता ने भारत में जड़ें जमाईं, तो नागों को आर्यों में शामिल कर लिया गया और उनकी पूजा नाग पंचमी के रूप में की जाने लगी। नेपाल में यह त्योहार भी बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यहां की एक कथा के अनुसार, काठमांडू घाटी कभी एक झील थी जिसे नागों ने घेर रखा था। जब लोग वहां बसने लगे, तो नाग नाराज हो गए। उन्हें शांत करने के लिए उनकी पूजा की गई और उन्हें विशेष स्थान दिए गए।
नाग पंचमी के अनुष्ठान
नाग पंचमी पूरे भारत में मनाई जाती है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में इसे विशेष रूप से अनूठे तरीके से मनाया जाता है। अलग-अलग जगहों पर इस त्योहार के लिए विभिन्न परंपराएं और अनुष्ठान होते हैं:
- नेपाल: नेपाल में नाग पंचमी एक लोकप्रिय त्योहार है। नागों की तस्वीरें दरवाजों पर लगाई जाती हैं ताकि बुरी शक्तियों से बचा जा सके। नागों से प्रभावित क्षेत्रों में दूध और शहद रखा जाता है। कुछ लोग दानव के मुखौटे पहनकर सड़कों पर घूमते हैं।
- दक्षिण भारत: नाग पंचमी दक्षिण भारत में भी प्रमुख त्योहार है और इसे भाई-बहन के संबंधों का आशीर्वाद मानकर मनाया जाता है। विवाहित महिलाएं आमतौर पर इस दिन अपने पिता के घर जाती हैं। सुबह जल्दी उठकर स्नान करती हैं और सर्पों के घरों यानी चींटियों के टीले पर पूजा करती हैं। सजीव नाग या नाग की मूर्तियों की पूजा की जाती है। दूध सबसे आम भेंट होती है और उस दूध का एक भाग प्रसाद के रूप में लिया जाता है। महिलाएं इस दूध में फूल डालकर अपने भाई की पीठ पर लगाती हैं।
- शिराले, महाराष्ट्र: मुंबई के पास शिराले गांव में सांपों को खोदकर निकाला जाता है और उन्हें दूध और चूहे खिलाए जाते हैं। सांपों को कंटेनरों में मंदिर ले जाया जाता है, जहां उनकी पूजा की जाती है।
- झूला झूलने की परंपरा: एक और सामान्य परंपरा में महिलाओं के लिए पेड़ों पर झूले बांधे जाते हैं।
नाग पंचमी का यह त्योहार सर्पों की पूजा और उनके प्रति श्रद्धा प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होता है।
नाग पंचमी की शुभकामनाएं
नाग पंचमी की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ!
नाग पंचमी का पर्व हिन्दू धर्म में नाग देवता की पूजा के लिए मनाया जाता है। इस दिन नागों की पूजा कर उनसे कृपा और सुरक्षा की प्रार्थना की जाती है। श्रावण मास में मनाए जाने वाले इस त्योहार का विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से सर्पदंश का भय नहीं रहता और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
आपके जीवन में नाग देवता की कृपा बनी रहे और आप हर विपत्ति से बचे रहें, यही शुभकामनाएँ!
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